इस लेख में हम डीएफओ के बारे में विस्तार से जानेगे। इस पोस्ट में मैं आपको DFO क्या है ? DFO Full Form in Hindi, डीएफओ के कार्य क्या क्या होते है ?, डीएफओ कैसे बने, डीएफओ बनने के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए आदि डीएफओ से जुड़े सवालों के जवाब देने वाला हूँ इसलिए आप हमारे इस आर्टिकल को पूरा अंत तक जरूर पढ़े।

DFO Full Form in Hindi
DFO का फुल फॉर्म “Divisional Forest Officer (डिविशनल फॉरेस्ट ऑफिसर) ” होता है। हिंदी में डीएफओ को प्रभागीय वन अधिकारी भी कहते है। डीएफओ भारतीय वन सेवा का बहुत ही जिम्मेदारी वाला पद है। डीएफओ को कई राज्यों में DCF भी कहा जाता है।
DCF का फुल फॉर्म Deputy Conservator of Forest (उप वन संरक्षक ) होता है।
DFO कौन होता है?
प्रभागीय वन अधिकारी (DFO) या उप वन संरक्षक दोनों ही समान पद है, जब एक IFS अधिकारी को यह पद मिलता है तो उसे Deputy Conservator of Forests कहा जाता है। प्रभागीय वन अधिकारी को प्राकृतिक संसाधनों का प्रबंधन भी कहा जाता है। प्रभागीय वन अधिकारी का मुख्य रूप से वन संसाधनों और वन में मौजूद जानवरो का संरक्षण करने की जिम्मेदारी होती है इसके अलावा वन प्रभाग में जितने भी कर्मचारी कार्य करते है उनका नेतृत्व और उन पर नियंत्रण करना भी डीएफओ की जिम्मेदारी होती है।
प्रभागीय वन अधिकारी किसी भी तरह के पर्यावरणीय कार्यो और वन्यजीव के संरक्षण से जुड़े कार्यो के प्रबंधन के लिए अपनी अहम भूमिका निभाता है। डीएफओ व डीसीएफ अधिकारी का ग्रेड जिले के पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी के बराबर का होता है।
जिस तरह पुलिस अधीक्षक जिले में कानून व्यवस्था को बनाये रखने और जिले में शांतिकायम रखने का कार्य करते है ठीक उसी तरह प्रभागीय वन अधिकारी वनों और वन्यजीवों को संरक्षित रखने के लिए उत्तरदायी होते है। इसके आलावा प्रभागीय वन अधिकारी की जिम्मेदारी वहां और भी अधिक बढ़ जाती है जहाँ वन क्षेत्र काफी ज्यादा है और अधिकांश जनजातियां वनों पर आश्रित रहती है।
प्रभागीय वन अधिकारी के कार्य (Duties of DFO)
एक प्रभागीय वन अधिकारी को भारतीय वन अधिनियम 1927 के तहत शक्तियां प्रदान होती है। जिसके तहत एक डीएफओ अधिकारी कड़े कदम भी उठा सकता है। डीएफओ के निम्न कार्य होते है जो इस प्रकार है –
- DFO Officer अपने वन प्रभाग में किसी भी व्यक्ति को वन अधिनियम का पालन न करने पर उसके खिलाफ कार्यवाही भी कर सकता है साथ ही गाड़ियों को जब्त भी कर सकता है। डीएफओ अधिकारी वन्यजीवो पर होने वाले अपराध को रोकने का भी काम करता है।
- डीएफओ अपने वन प्रभाग में होने वाले अवैध पेड़ पौधो की कटाई को रोकने और वन सम्पदा की रक्षा करने का भी कार्य करते है।
- डीएफओ वन अधिनियम के तहत जिला स्तरीय समिति का सदस्य होता है। वह सरकारी विभागों के वन्य भूमि हस्तांतरण की कार्यवाही पर जिम्मेदारी के साथ नजर भी रखता है।
- डीएफओ वन अधिनियम के तहत एक अर्ध न्यायिक अफसर के रूप में किसी मामले पर फैसला भी सुना सकता है और इस फैसले को सिर्फ सत्र न्यायालय में ही चुनौती दी जा सकती है।
- यदि कोई व्यक्ति अपने घर में वन उपज से जुड़े अवैध चीजों को रखता है तो डीएफओ उन व्यक्ति के खिलाफ सर्च वारंट भी जारी कर सकता है।
- डीएफओ अपने वन प्रभाग से वन्य समाग्री को ले जाने के लिए ट्रांजिट परमिट भी जारी कर सकता है।
- यदि किसी व्यक्ति को वन्य जीवो के द्वारा किसी प्रकार की हानि पहुँचती है तो उस स्थिति में डीएफओ मुआवजे की राशि भी जारी कर सकता है।
ये डीएफओ के मुख्य कार्य है इसके अलावा भी डीएफओ के ऊपर कई सारी जिम्मेदारियां होती है।
डीएफओ कैसे बने (How to become DFO officer in hindi)
प्रभागीय वन अधिकारी बनने के लिए आपको संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के द्वारा आयोजित की जाने वाली IFS की परीक्षा में शामिल होना पड़ेगा। IFS की परीक्षा तीन चरणों में आयोजित होती है जिनमे से शुरू के दो चरण लिखित रूप होता है और अंतिम चरण साक्षात्कार (Interview) का होता है। तीनो चरणों में सफलता हासिल करने वाले उम्मीदवारों को दो सालो की ट्रेनिंग दी जाती है। ट्रेनिंग पूरी करने के बाद आप एक IFS अधिकारी बन जाते है उसके बाद आप वन विभाग में अधिकारी बन सकते है।
वन अधिकारी (DFO) बनने के लिए योग्यता
- वन अधिकारी बनने के लिए आपको बारहवीं कक्षा साइंस स्ट्रीम से पास करना होगा, उसके बाद आपको स्नातक पूरा करना होगा।
- वन अधिकारी बनने के लिए उम्मीदवार की आयु 21-30 वर्ष के बीच होना चाहिए। इसके अलावा आरक्षित वर्ग ST/SC को पांच वर्ष, OBC को तीन वर्ष और अन्य श्रेणियों में आयु सीमा में छूट दी जाती है।
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Conclusion
डीएफओ बहुत ही जिम्मेदारी वाला पद है। इस पद में अधिकारी बनने के लिए आपको कठिन परिश्रम करना होगा। इस लेख में हमने आपको डीएफओ से जुडी विस्तार से जानकारी दी है, इसमें हमने DFO Full Form, डीएफओ के कार्य क्या होते है, डीएफओ अधिकारी कैसे बने के बारे में अच्छे से जाना। मुझे आशा है इस लेख को पढ़ने के बाद आपको प्रभागीय वन अधिकारी से जुड़े सवालों के जवाब मिल गए होंगे। यदि आपको हमारा लेख उपयोगी लगा तो इसे शेयर जरूर करे और इससे संबंधित कोई सवाल हो तो हमे कमेंट करके जरूर पूछे। पोस्ट पर बने रहने के लिए धन्यवाद
nice post
Thankyu Gurpeet Dhaliwal
ग्राम पंचायत को शासकीय कार्य कराने के लिए वन भूमि की आवश्यकता हो तो दीए को अनुमति दे सकते हैं क्या
हाँ