PGDM Full Form – PGDM कोर्स क्या है पूरी जानकारी

 
PGDM Full Form : आज इस लेख के माध्यम से हम PGDM कोर्स क्या है यह कोर्स कैसे करे? से संबंधित सभी तरह की जानकारी देंगे। दोस्तों आज के समय में पढ़ाई करने के बहुत सारे विकप्ल है हर किसी का अलग अलग क्षेत्र में पढ़ाई करने की रूचि होती है कोई डॉक्टर बनना चाहता है तो कोई इंजीनियर बनना चाहता है तो कोई वकील और कोई सरकारी नौकरी करना चाहता है। हर विद्यार्थी अपना भविष्य अलग अलग क्षेत्र में बनाना चाहते है।
 
PGDM Full Form

 
इसी प्रकार एक मैनेजमेंट का भी क्षेत्र होता है जो एक छात्र के लिए बहुत ही अच्छा करियर विकल्प हो सकता है, इस पोस्ट में हम Management के क्षेत्र से जुड़े पीजीडीएम कोर्स के बारे में जानेगे। यहाँ हम PGDM Course Kya Hai, PGDM Full Form, PGDM करने में फीस कितनी लगती है, इसे करने के बाद किस क्षेत्र में job मिलता है और भी कई सारे सवालों के जवाब इस पोस्ट में देंगे, इसलिए आप इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़े।

PGDM Full Form in Hindi 

PGDM का फुल फॉर्म “Post Graduation Diploma in Management (पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा इन मैनेजमेंट)” होता है।

PDGM Course Details in Hindi

यह प्रबंधन के क्षेत्र में किया जाने वाला एक Post Graduation(स्नाकोत्तर) डिप्लोमा कोर्स है इस कोर्स में आपको व्यवसायिक प्रबंधन से जुड़े पाठ्यक्रम जैसे व्यापार, मानव संसाधन, अर्थव्यवस्था आदि को  पढ़ाया जाता है। यह कोर्स चार या छः सेमेस्टर का होता है। PGDM कोर्स में कम्युनिकेशन स्किल्स, योजना रणनीति आदि पहलुओ पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
 
PGDM कोर्स AICTE (All India Council for Technical Education) से मान्यता प्राप्त कोर्स है, यानि देश में जितने भी कॉलेज यह कोर्स करवाते है वो सभी AICTE के द्वारा मान्यता प्राप्त होते है। 

पीजीडीएम के लिए शैक्षिक योग्यता (Qualification)

PGDM Course करने के लिए कुछ आवश्यक योग्यता है जो इस प्रकार है –
  • विद्यार्थी को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से अपना स्नातक पूरा करना होगा। 
  • पीजीडीएम कोर्स में प्रवेश लेने के लिए ग्रेजुएशन में न्यूनतम 50% अंक हासिल करना होगा, इसके अलावा  ST/SC के छात्रों को इस कोर्स में प्रवेश लेने के लिए स्नातक 45% अंको के साथ पास करना होगा। 

पीजीडीएम कोर्स कैसे करे (PGDM Kaise Kare)

पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा इन मैनेजमेंट अर्थात PGDM देश के कई सारे संस्थाओ में करवाया जाता है। PGDM करने के लिए आपको किसी भी स्ट्रीम से अपना स्नातक पूरा करना होगा, उसके बाद आपको पीजीडीएम एंट्रेंस एग्जाम में शामिल होना पढ़ेगा। स्नातक के अंतिम वर्ष में पढ़ाई करने वाले छात्र भी एंट्रेंस एग्जाम में भाग ले सकते है। 
 
पीजीडीएम कोर्स की प्रवेश परीक्षा राष्ट्रीय और राज्य स्तर दोनों में आयोजित करवाई जाती है, PGDM एंट्रेंस एग्जाम में सफलता हासिल करने के बाद ही आपको किसी विश्वविद्यालय में प्रवेश मिलता है। 
 
IIM जैसे विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने के लिए छात्रों को एंट्रेंस एग्जाम क्लियर हो जाने के बाद ग्रुप डिस्कशन और इंटरव्यू से गुजरना पड़ता है। इस तरह सभी में हासिल किये अंको के आधार पर ही आईआईएम में प्रवेश मिलता है। हर इंस्टिट्यूट का अपना अलग अलग नियम होता है। 
 
अगर किसी अच्छे विश्वविद्यालय से PGDM कोर्स करना है तो आपको एंट्रेंस एग्जाम में अच्छे नंबर प्राप्त करने होंगे। 
 

पीजीडीएम की समय अवधि (PGDM Course Time Duration)

पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा इन मैनेजमेंट यानि पीजीडीएम कोर्स दो सालो का होता है। इन दो सालो की समय अवधि में सेमेस्टर के आधार पर पाठ्यक्रम को पढ़ाया जाता है।
 

PGDM Entrance Exams 

पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा इन मैनेजमेंट पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए नेशनल और राज्य स्तर पर कई सारे प्रवेश परीक्षाओ का आयोजन होता है तथा कई सारे ऐसे विश्वविद्यालय भी है जो अपना अलग से एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन करते है। 
 
CAT 
 
इसका पूरा नाम Common Admission Test होता है यह परीक्षा IIM के द्वारा आयोजित की जाती है। यह एक कंप्यूटर आधारित परीक्षा है जिसमे आपको क्वांटिटेटिव एप्टीटुड, डाटा इंटरप्रिटेशन तथा लॉजिकल रीजनिंग, और वर्बल एबिलिटी तथा रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन से जुड़े सवाल पूछे जाते है। 
 
 XMT
 
इसका पूरा नाम Xavier Aptitude Test होता है यह नेशनल स्तर की प्रवेश परीक्षा है जिसे जेवियर  स्कूल आफ मैनेजमेंट आयोजित करती है। 
 
CMAT
 
इसका फुल फॉर्म Common Management Admission Test होता है जिसे नेशनल टेस्ट एजेंसी के द्वारा आयोजित किया जाता है।  
 
इन सब के अलावा AIMS Test for Management Admission (ATMA), Graduate Management Aptitude Test (GMAT), NMIMS Management Aptitude Test (NMAT) भी प्रवेश परीक्षाएं है जिसे सफल होकर PGDM Course में एडमिशन ले सकते है। 
 

पीजीडीएम के विषय (PGDM Subject)

यह कोर्स कई सारे विषयो में होता है जिसे चुनकर अलग अलग क्षेत्र में अपना करियर बना सकते है। अगर आपको फाइनेंस में अपना करियर बनाना है तो आप फाइनेंस विषय चुन सकते है, यदि आप PGDM कोर्स अकाउंट सब्जेक्ट से करते है तो आप Account Manager की नौकरी पा सकते है। 
 
ठीक इसी तरह आप जिस भी विषय को लेकर पीजीडीएम कोर्स करते है आपको नौकरी भी उसी फिल्ड में मिलेगी। 
 
पीजीडीएम के विषय –
  • फाइनेंस 
  • अकाउंट 
  • मार्केटिंग 
  • मानव संसाधन 
  • सप्लाई चैन मैनेजमेंट 
  • ऑपरेशन मैनेजमेंट 
  • इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी आदि 
यह पीजीडीएम कोर्स के कुछ विषय है जिसे अपने हिसाब से चुनकर अपना करियर बना सकते है। 
 

पीजीडीएम फीस 

 
पीजीडीएम कोर्स की फीस 1 लाख से 10 लाख सालाना तक हो सकता है। यह फीस हर विश्विद्यालय में भिन्न भिन्न होता है। कई सरे ऐसे भी कॉलेज है जहाँ इस कोर्स को इससे भी कम फीस में कर सकते है।इस कोर्स की फीस विश्वविद्यालय के ऊपर निर्भर करता है। 
 

PGDM करने के बाद रोजगार 

 
इस कोर्स को करने के बाद कई सारे ऐसे क्षेत्र है जहाँ आप नौकरी पा सकते है। पीजीडीएम करने के बाद आप निजी और सार्वजानिक क्षेत्रों में काम कर सकते है। 
 
पीजीडीएम के बाद आप मैनेजर, सलाहकार, प्रबंधन के तौर पर कार्य कर सकते है। जानकारी के लिए आपको बता दूँ  एक अच्छा जॉब अच्छा वेतन आपके कौशल और अनुभव पर निर्भर करता है। पीजीडीएम कोर्स करने के बाद निम्न प्रकार के पदों पर नौकरी पा सकते है। 
  • मानव संसाधन प्रबंधक (HR Manager)
  • वित्त प्रबंधक (Finance Manager)
  • व्यापार सलाहकार (Business Consultant)
  • विपणन  कार्यकारी (Marketing Executive)
  • प्रबंधन सलाहकार (Management Consultant)
  • मार्केटिंग प्रबंधन (Marketing Manager)
  • Public Relation Officers
  • Retailing Manager
  • Sale Purchase Assist Manager etc.

PGDM के बाद सैलरी 

पीजीडीएम कोर्स करने के बाद आप कई सारे अलग अलग क्षेत्रों में कार्य कर सकते है और इन क्षेत्रों में वेतन भी अलग अलग होता है। पीजीडीएम कोर्स करने के बाद यदि आप अकाउंट मैनेजर के पोस्ट पर कार्य करते है तो वह आपकी सैलरी 3.5 लाख से 4 लाख सालाना हो सकता है। वही आप मार्केटिंग प्रबंधन के पद पर कार्य करते है तो आपका शुरूआती वेतन 6 लाख से  7 लाख प्रति वर्ष हो सकता है। 
दोस्तों PGDM कोर्स करने के बाद वेतन आप किस पद पर काम करते है उस पर निर्भर करता है। इसके अलावा जैसे जैसे आपका अनुभव बढ़ते जाता है वैसे वैसे आपके वेतन में भी बढ़ोतरी होते जाता है।  

PGDM और MBA में अंतर क्या है 

एमबीए यूजीसी के द्वारा मान्यता प्राप्त कोर्स है। MBA का पूरा नाम मास्टर आफ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन होता है, जो तीन सालो का कोर्स है और एक मास्टर डिग्री वाला कोर्स है। 
 
MBA और PGDM दोनों ही लगभग समान कोर्स है इन दोनों में अंतर सिर्फ इतना है कि MBA एक मास्टर कोर्स होता है और PGDM डिप्लोमा कोर्स होता है।  
 

PGDM कौन से कॉलेज से करना चाहिए ?

 
आपने PGDM कोर्स क्या है कैसे करे के बारे में जान लिया अब बात आती है कि पीजीडीएम किस कॉलेज से करना चाहिए ? तो आपको बता दूँ आप इस कोर्स को करने के लिए हमेशा अच्छे कॉलेज का चयन करे, कॉलेज में प्रवेश लेने से पहले आप उस कॉलेज के बारे में अच्छे से जानकारी हासिल जरूर करे जैसे – कॉलेज में अच्छी पढ़ाई होती है की नहीं, कॉलेज का प्लेसमेंट में पुराना रिकॉर्ड कैसा है यानि कैंपस में कंपनी आती है कि नहीं। क्युकी प्लेसमेट में यह सब बहुत मायने रखता है। 
 
भारत में इस कोर्स को करने के लिए कुछ अच्छे कॉलेज के नाम इस प्रकार है 
  • Indian Institute of Management (IIM)
  • S.P. Jain Institute of Management and Research, Mumbai
  • Management Development Institute, Gurugram
  • Xavier Labor Relations Institute, Jamshedpur
  • Narsee Monjee of Management Studies, Mumbai
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निष्कर्ष 
 
इस लेख में हमने आपको PGDM Full Form, पीजीडीएम कोर्स क्या है, पीजीडीएम कोर्स कैसे करे के बारे में विस्तार से जाना साथ ही इस कोर्स को करने के लिए योग्यता, कोर्स की समय अवधि और फीस के बारे में भी जाना। 
 
तो दोस्तों अब आप अच्छे से इस कोर्स के बारे में जान गए होंगे मुझे आशा है हमारे द्वारा उपलब्ध कराई जानकारी आपके लिए उपयोगी रही होगी, इस कोर्स के जुड़े किसी तरह का सवाल हो तो आप कमेंट में पूछ सकते है। अगर आपको यह लेख पसंद आया तो इसे शेयर जरूर करे। हमारा लेख पढ़ने के लिए धन्यवाद !

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