आज के इस लेख में हम आपको DRI क्या होता है, DRI Full Form क्या है के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। ये भारत सरकार के लिए काम करने वाली एक एजेंसी है इसलिए आपका इसके बारे में जानना जरुरी हो जाता है। यहां हम DRI को कब बनाया गया, डीआरआई का मुख्यालय कहाँ पर है आदि के बारे में जानकारी देंगे।
DRI Full Form in Hindi
DRI का फुल फॉर्म “Directorate of Revenue Intelligence” होता है। हिंदी में इसे राजस्व खुफिया निदेशालय कहते है। यह भारत की शीर्ष तस्करी विरोधी खुफिया जांच एजेंसी है।
DRI क्या है
राजस्व खुफिया निदेशालय जो भारत के शीर्ष खुफिया एजेंसी में से एक है। इस निदेशालय का संचालन केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) के अधिकारियों के द्वारा किया जाता है। यह अधिकारी खुफिया नेटवर्क के रूप में विभिन्न क्षेत्रीय इकाइयों के साथ साथ विदेश के भारतीय दूतावास में तैनात रहते है।
इस खुफिया एजेंसी की अध्यक्षता भारत सरकार के सचिव स्तर के महानिदेशक के द्वारा किया जाता है। यह एजेंसी सात जोन में विभाजित होती है जिसके प्रत्येक जोन का कार्यप्रभार महानिदेशक को सौपा जाता है। इसे आगे अतिरिक्त खुफिया अधिकारियों, निदेशकों, संयुक्त निदेशकों, उप निदेशकों, सहायक निदेशकों तथा वरिष्ठ खुफिया अधिकारियों के साथ साथ क्षेत्रीय इकाइयों, उप-क्षेत्रीय इकाइयों और खुफिया प्रकोष्ठो में विभाजित किया गया है।
यह एजेंसी नशीली पदार्थ, नकली भारतीय मुद्रा, सोना, कीमती चीजे, वन्य जीव और पर्यावरण उत्पादों जैसे प्रतिबंधित पदार्थ के तस्करी को रोकने का काम करती है। इसके साथ ही यह एजेंसी तस्करी को रोककर भारत की राष्ट्रीय और आर्थिक सुरक्षा को सुरक्षित करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके अलावा यह एजेंसी काले धन के प्रसार, मनी लॉन्ड्रिंग और वाणिज्यिक धोखाधड़ी को रोकने का भी कार्य करती है।
हालाँकि शुरुआत में यह एजेंसी सिर्फ सोने की तस्करी को रोकने का कार्य करती है लेकिन अब यह एजेंसी नशीली पदार्थ और आर्थिक अपराधों से निपटने का भी कार्य करती है।
DRI का गठन
राजस्व खुफिया निदेशालय का गठन 4 Dec, 1957 में हुआ था। इस एजेंसी को विशेष रूप से तस्करी के गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए गठित किया गया था। DRI का मुख्यालय भारत के नई दिल्ली में स्थित है
डीआरआई की जिम्मेदारियां
- अवैध रूप से हो रहे ड्रग्स, सोना, हीरा, विदेशी मुद्रा, नकली भारतीय मुद्रा, नशीली पदार्थ सहित प्राकृतिक वस्तुओं की तस्करी के बारे में खुफिया जानकारी जुटाने और उसे रोकने का कार्य करते है।
- तस्करी विरोधी मामलों पर भारतीय एजेंसी जैसे केंद्रीय जांच ब्यूरो, इंटरपोल और विदेश केप्रवर्तन एजेंसियों के साथ संपर्क बनाए रखना
- भारतीय सीमा पर तस्करी विरोधी अभियानों का समन्वय और नियंत्रण करना।
- तस्करी को रोकने के लिए बनाये गए कानून और प्रक्रियाओं में खामिओ को निकलना और उनसे जुड़े सुझाव देना।
- जांच के मामलों पर कड़ी निगरानी रखना तथा महत्वपूर्ण जांच
- निदेशालय द्वारा विशेष जांच की आवश्यकता पड़ने पर उस जांच को अपने सम्बद्ध करना।
- ESCAP देशों के बीच अंतरराष्ट्रीय तस्करी और सीमा शुल्क धोखाधड़ी से निपटने के लिएसूचनाओं का आदान प्रदान करना।
इसके अलावा राजस्व खुफिया निदेशालय के कई सारे कार्य व जिम्मेदारियां होते है।
Conclusion
तो दोस्तों अब आपको DRI के बारे में जानकारी हो गया होगा। इस आर्टिकल में हमने DRI Full Form in Hindi, डीआरआई क्या है, डीआरआई का गठन और कार्य के बारे में जानकारी दिया है। मुझे उम्मीद है हमारे द्वारा दी गयी छोटी से जानकारी आपको जरूर पसंद आएगी। यदि आपको जानकारी अच्छी लगे तो इसे शेयर जरूर करे और इस लेख से जुड़े किसी तरह का सवाल या सुझाव हो तो कमेंट करके जरूर बताए.