इस लेख में हम IAS Full Form in Hindi , IAS कौन होता है, IAS Officer Kaise Bane, आईएएस बनने के लिए योग्यता क्या होती है के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे, साथ ही साथ इसकी तैयारी किस प्रकार करनी चाहिए भी जानेगे. दोस्तों आईएएस भारत का सबसे ज्यादा शक्तिशाली और प्रतिष्ठित पदों में से एक है, इस पद की गरिमा को ध्यान में रखते हुए ही इसके चयन परीक्षा का आयोजन किया जाता है जो सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। इस पद के लिए हर साल लाखो की संख्या में अभ्यार्थी आवेदन करते है, लेकिन इस पद पर केवल वही छात्र चयनित हो पाते है जो कर्मठ और अनुशासित होते है। IAS अधिकारी बनने के लिए बहुत अधिक परिश्रम और लगन की जरूरत होती है।
दोस्तों आप आईएएस अधिकारी को केवल कलेक्टर या डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के रूप में न देखे, भारत जैसे देश में सभी प्रशासनिक मुखिया व सचिव ज्यादातर एक आईएएस अधिकारी ही होते है। भारत सरकार का कैबिनेट सचिव, केंद्रीय मंत्रालय सचिव, भारत का सचिव एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ही होता है। भारतीय प्रशासनिक सेवा का सबसे ऊंचा रैंक IAS को मिलती है इसलिए देश के किसी भी उच्च पद पर नियुक्त अधिकारी अवश्य एक IAS ही होता है।
IAS के पद पर चयन होना बहुत बड़ी गर्व की बात होती है यह आपको अच्छी नौकरी के साथ साथ देश की सेवा करने का भी मौका देता है। भारत में सिविल सेवा के माध्यम से 24 सर्विस के लिए हर साल परीक्षा का आयोजन किया जाता है जिनमे आईपीएस, आईएफएस, आईएएस जैसे ग्रेड A पद शामिल है।

IAS Full Form in Hindi
IAS का फुल फॉर्म ”Indian Administrative Service” होता है। हिंदी में इसे भारतीय प्रशासनिक सेवा कहा जाता है।
IAS क्या है?
Indian Administrative Service भारत का सबसे ऊंचा प्रशासनिक पद है जिसके लिए केवल उन्ही अभ्यर्थियों को चुना जाता है जो जुझारू, कर्मठ, अनुशासित होते है। भारत के किसी भी उत्कृष्ट पद के लिए केवल आईएएस अधिकारी को ही वरीयता की जाती है, चाहे वो पद केंद्रीय सचिव, कैबिनेट सचिव या जिले का जिलाधिकारी या कलेक्टर का हो।
एक आईएएस अधिकारी को उच्च श्रेणी का अधिकारी माना जाता है जिनके पास कई सारे अधिकार और असीमित शक्तियां होती है। इनके अलावा आईएएस का पद बहुत जिम्मेदारियों वाला होता है।
IAS अधिकारी को सबसे पहले कार्य करने के लिए एसडीम, एसडीओ जैसे पदों पर नियुक्त किया जाता है उसके बाद कुछ सालो की सेवा देने के बाद किसी जिले के जिलाधिकारी या कलेक्टर के तौर पर नियुक्त कर दिया जाता है।
संविधान में लोगों के लिए जो भी कानून बनाये गए है उसमे आईएएस अधिकारी पूरी तरह से शामिल होते है और उन कानून को जिले में लागू करवाने की जिम्मेदारी भी आईएएस अधिकारी के पास होता है।
IAS Officer Kaise Bane
IAS एक सेवा नहीं बल्कि बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। आईएएस अधिकारी बनने के लिए आपको संघ लोक सेवा आयोग(UPSC) के द्वारा आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा (CSE) में भाग लेना पड़ता है। और इस परीक्षा में सबसे अच्छे रैंक हासिल करने होते है। इस परीक्षा में अच्छे रैंक लाने वाले छात्रों को ही आईएएस के पद के लिए चयनित किया जाता है।
हर साल फरवरी में UPSC, सिविल सेवा परीक्षा के लिए विज्ञापन जारी करता है, जिसमे IAS, IFS, IRS, IPS जैसे ग्रैड A सर्विस के साथ साथ 24 सर्विस भी शामिल है। इस परीक्षा में अभ्यार्थियों द्वारा लाये गए रैंक के हिसाब से पद दिया जाता है।
वैसे तो आईएएस की परीक्षा सबसे कठिन परीक्षाओ में से एक मानी जाती है, क्योंकि इस परीक्षा में हर साल लाखो की संख्या में छात्र भाग लेते है जिसमे से 1,000 छात्र ही चयनित हो पाते है।
यह परीक्षा कितनी कठिन है उस बात का अंदाजा आप उत्तीर्ण प्रतिशत से लगा सकते है, लेकिन यदि आप अच्छे से मेहनत करते है तो आप एक आईएएस ऑफिसर बन सकते है। यदि आपने जीवन का उद्देश्य ही आईएएस बनने का बना रखा है तो आप इस पद के लिए सबसे योग्य व्यक्ति होंगे। चलिए हम IAS परीक्षा के लिए योग्यता के बारे में जान लेते है।
IAS परीक्षा की योग्यता(Eligibility Criteria)
आईएएस की योग्यता इस प्रकार है –
Nationality – इस परीक्षा में भाग लेने के लिए आपका भारतीय नागरिक होना अनिवार्य है।
Educational Qualification – इस परीक्षा की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता स्नातक/ Graduation है। आपका किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया हुआ होना अनिवार्य है।
सबसे अच्छी बात यह है कि इस परीक्षा में ग्रेजुएशन में न्यूनतम प्रतिशत की जरूरत नहीं है। यानि अगर आपने ग्रेजुएशन में सबसे कम अंक हासिल किये है तब भी आप सिविल सेवा परीक्षा दे सकते है।
इसके अतिरिक्त जो छात्र अभी ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष में है वो भी इस परीक्षा में शामिल हो सकते है लेकिन सत्यापन के समय उन्हें अपना रिजल्ट प्रस्तुत करना होगा।
Age – इस परीक्षा में आवेदन करने वाले की न्यूनतम आयु 21 वर्ष होना अनिवार्य है। वही अधिकतम आयु हर वर्ग के लिए अलग अलग है, सामान्य वर्ग के छात्र के अधिकतम आयु 32 वर्ष, ओबीसी के लिए 35 वर्ष और एसटी/एससी वर्ग के लिए 37 वर्ष निर्धारित की गयी है। इसके अतिरिक्त Pwd वर्ग के उम्मीदवारों को भी छूट प्रदान की जाती है।
IAS का परीक्षा प्रारूप
यह परीक्षा तीन भागो में आयोजित होती है जो इस प्रकार है –
प्रारंभिक परीक्षा – इस परीक्षा में सामान्य अध्ययन के दो प्रश्न पत्र होते है और दोनों पेपर के लिए 200 अंको का निर्धारण किया जाता है। इस परीक्षा में वस्तुनिष्ट प्रश्न पूछें जाते है और इसने नेगेटिव मार्किंग भी होता है यानी हर गलत जवाब पे एक तिहाई अंक काट लिए जाते है। इसलिए यदि आपको किसी सवाल का जवाब नहीं आता हो तो छोड़ दे। क्योंकि इस परीक्षा में आधा नंबर भी बहुत महत्व रखता है।
मुख्य परीक्षा – प्रारंभिक परीक्षा हो जाने के बाद मुख्य परीक्षा के लिए अधिसूचना जारी किया जाता है। जो छात्र प्रारंभिक परीक्षा में सफल हो जाते है उन्हें ही इस परीक्षा में शामिल किया जाता है। इस परीक्षा में कुल नौ प्रश्न पत्र होते है और सभी निबंधनात्मक होते है। इसमें आपको टॉपिक को अच्छे से समझ कर उसके बारे में निबंध लिखना होता है।
साक्षात्कार – यह इस परीक्षा का अंतिम चरण होता है जो छात्र मुख्य परीक्षा में सफल होते है उन्ही छात्रों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। इस परीक्षा में छात्रों के आत्मविषय को जांचा जाता है, इसके लिए बड़े बड़े अधिकारियों के द्वारा छात्रों से सवाल जवाब किया जाता है। यह परीक्षा कुल 275 अंको का होता है।
आईएएस ऑफिसर की ट्रेनिंग (IAS Officer Training)
सिविल सेवा परीक्षा के सभी चरणों में सफलता हासिल करने के बाद, आयोग के द्वारा एक मेरिट सूची जारी किया जाता है। इस सूची में माध्यम से ही उम्मीदवारों के लिए पदों का निर्धारण किया जाता है। मेरिट सूची में अव्वल आये छात्रों को आईएएस का रैंक दिया जाता है और बाकि को अन्य पदों का विवरण सूची में स्थान के आधार पर किया जाता है।
जो छात्र आईएएस में चयनित होते है उन्हें दो सालो की ट्रेनिंग के लिए LBSNAA (लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एडमिनिस्ट्रेटिव एकेडमी ) में ट्रेनिंग के लिए भेज दिया जाता है। ट्रेनिंग पूरा होने के बाद आईएएस ऑफिसर को कार्य करने के लिए पदों का विवरण कर दिया जाता है।
आईएएस अधिकारी के पद (Post of IAS Officer’s )
IAS अधिकारी को कार्य करने के लिए निम्न पद दिए जाते है –
दोस्तों आपको जानकारी दे दूँ आईएएस अधिकारी को सबसे पहले कार्य करने के लिए एसडीम, एसडीओ, सीडीओ, एडीएम जैसे पदों पर नियुक्त किया जाता है। इस पदों पर कुछ सालो तक अपनी सेवा देने के बाद आईएएस अधिकारी को डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट(DM) बना दिया जाता है।
आईएएस (IAS) अधिकारी के कार्य और जिम्मेदारियां (Duties and Responsibility)
- जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखना।
- सरकार के दैनिक मामलों को संभालना।
- जिले में राज्य सरकार और केंद्र सरकार के नीतियों को सही ढंग से लागू करना।
- कलेक्टर के तौर पर सरकारी राजस्व को एकत्र करना।
- जिले में हो रहे सरकारी काम पर नजर रखना।
- सरकार की नीति बनाने के लिए संयुक्त सचिव, उप सचिव के तौर पर सलाह देना और नीतियों को अंतिम आकर देना।
इसके अलावा भी एक आईएएस ऑफिसर के ऊपर कई सारी जिम्मेदारियां होती है।
IAS ऑफिसर को मिलने वाला वेतन और सुविधाएं (Salary and Facilities)
क्योंकि IAS Officer का पद बहुत ऊंचा होता है, जिसके कारण इन्हे अच्छी तनखा के साथ साथ मान सम्मान भी मिलता है। एक आईएएस अधिकारी को प्रतिमाह 50,000 से लेकर 2,50,000 का वेतन प्रदान किया जाता है। इसके अलावा इन्हे सरकार के तरफ से कई सारी सुविधाएं भी प्रदान की जाती है।
आईएएस ऑफिसर को सरकार के तरफ से रहने के लिए डुप्लेक्स बंगला प्रदान किया जाता है। इसके साथ ही हर चीज जैसे बिजली, पानी, मोबाइल बिल आदि का खर्चा सरकार उठाती है। आईएएस को परिवहन के लिए कम से कम एक और अधिकतम तीन सरकारी वहां ड्राइवर के साथ प्रदान किया जाता है। वाहन के पेट्रोल या डीजल का खर्चा तथा रखरखाव का खर्चा पूरा सरकार उठाती है।
इसके अलावा आईएएस ऑफिसर भारत तथा विदेश में परिवार के साथ मुफ्त यात्रा भी कर सकते है। साथ ही साथ यदि आईएएस बनने के बाद आपको उच्च शिक्षा प्राप्त करनी है तो उसका पूरा खर्चा भी सरकार उठाती है। और सेवानिवृत्ति के बाद आईएएस को आजीवन पेंशन भी प्रदान किया जाता है।
आईएएस (IAS) की शक्ति तथा अधिकार (Power and Right)
आईएएस अधिकारी किसी भी जिले तथा विभाग का प्रमुख होता है जिसके कारण इनको कई सारी शक्तियां प्रदान की जाती है। विभाग में जितने भी कार्य होते है उन सभी कार्य का उत्तरदायी आईएएस अधिकारी होता है।
आईएएस अधिकारी जिले के अधिनिष्ट कर्मचारियों को दिशानिर्देश प्रदान करता है। कार्य को करने के दौरान अगर किसी भी प्रकार की लापरवाही होती है तो वह कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही भी कर सकता है।
IAS ऑफिसर अपने अंतर्गत कार्य करने वाले अधिकारियों को निलंबित भी कर सकता है, अगर कोई अधिकारी कानून के विरुद्ध कार्य करता है, तो आईएएस उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा सकता है साथ ही साथ शासन से उसे बर्खास्त करने की सिफारिश भी कर सकता है।
आईएएस को निलंबित करने का अधिकार सिर्फ राष्ट्रपति के पास होता है, अन्य किसी भी शासन के द्वारा यह कार्य नहीं किया जा सकता है।
आईएएस (IAS) की तैयारी करने को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी
यदि आप IAS बनने के इच्छुक है तो आपको पूरे लगन के साथ मन लगाकर पढ़ाई करना होगा। आईएएस बनना इतना आसान नहीं है इसलिए आपको अपने ग्रेजुएशन के समय से ही तैयारी शुरू करनी पड़ेगी।
आपको रोज अखबार पढ़ना होगा। आप चाहे को किसी अच्छे IAS कोचिंग क्लासेज भी ज्वाइन कर सकते है। अगर आप कोचिंग नहीं जाना चाहते घर पर रहकर ही पढ़ाई करना चाहते है तो इसके लिए आप ऑनलाइन एजुकेशन का सहारा ले सकते है। आज के समय में कई सारे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जहा से आप आईएएस की तैयारी कर सकते है।
निष्कर्ष
अधिकतर लोगो का सपना होता है कि वह भी किसी बड़े पद का सरकारी अधिकारी बने लेकिन कई ऐसे लोग होते है जिनको ज्यादा जानकारी न होने के कारण अपने सपने को पूरा नहीं कर पाते। सरकारी अधिकारी के पद पर नौकरी करने के लिए IAS Officer बहुत अच्छा विकल्प है क्योंकि इस पद में आपको अच्छी तनख्वाह के साथ साथ मान सम्मान भी मिलता है।
इस लेख में हमने आईएएस बनने को लेकर पूरी जानकारी दी है। अब आप अच्छे से आईएएस के बारे में जान गए होंगे। इस पोस्ट में हमने IAS Full Form in Hindi, IAS Officer Kaise Bane, आईएएस बनने के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए, आईएएस ऑफिसर का कार्य, जिम्मेदारियां तथा आईएएस ऑफिसर को मिलने वाले वेतन के बारे में जानकारी दिया।
मुझे उम्मीद है इस लेख में आपको सारे जानकारी मिल गयी होगी और यह लेख आपके लिए उपयोगी रहा होगा। यदि आपको लेख की जानकारी अच्छी लगे तो सके शेयर जरूर करे और इससे संबंधित किसी तरह का सवाल या सुझाव हो तो आप हमने कमेंट में लिखकर बता सकते है। पोस्ट पढ़ने के लिए धन्यवाद