PG Full Form – पीजी प्रोग्राम क्या होता है

आज के इस लेख में हम आपको PG Full Form से जुड़ी जानकारी देंगे, वैसे तो PG के कई सारे Full Form होते है लेकिन इस  पोस्ट में शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े PG के बारे में जानेगे। दोस्तों छात्रों के करियर का अहम पड़ाव 10 वी कक्षा के बाद शुरू हो जाता है क्योंकि वहां से ही उन्हें किसी एक विषय का चयन करना पड़ता है जिसमे वो आगे चलकर अपना करियर बना सके। वर्तमान समय में अधिकतर छात्र 12 वी कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद अपना ग्रेजुएशन/स्नातक पूरा करते है, ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल कर लेने के बाद उनके सामने काफी सारे करियर विकल्प खुल जाते है।

हालाँकि इन्ही में कुछ छात्र ऐसे भी होते है जो आगे की पढ़ाई करने की इच्छा रखते है। और वह PG प्रोग्राम के तरफ जाते है। इस लेख में हम आपको PG Full Form in Hindi, पीजी का मतलब क्या होता है, पीजी प्रोग्राम कौन कौन से है, पीजी कोर्स कैसे करे, PG करने के बाद करियर कैसा होता है, पीजी करने के फायदे क्या है आदि PG से जुड़े कई  सारे सवालों जवाब देंगे इसलिए आप इस पोस्ट पर अंत तक बने रहे। 

PG Full Form

 

PG Full Form in Hindi

शिक्षा के क्षेत्र में PG का फुल फॉर्म “Post Graduation” होता है हिंदी में पीजी को स्नातकोत्तर भी कहते है। पीजी Education के क्षेत्र में एक पोस्ट ग्रेजुएशन प्रोग्राम होता है पोस्ट ग्रेजुएशन को स्नातकोत्तर भी कहा जाता है। यदि किसी छात्र ने अपना बैचलर डिग्री कोर्स जैसे B.Sc  पूरा करने के बाद M.Sc किया हो तो वह छात्र पोस्ट ग्रेजुएट कहलायेगा।

 

पीजी क्या होता है 

पीजी एक पोस्ट ग्रेजुएशन प्रोग्राम होता है इसे मास्टर डिग्री कोर्स भी कहा जाता है। इस कोर्स को केवल वही छात्र कर सकते है जिसने अपना अंडर ग्रेजुएट कोर्स को पूरा किया हो। यानि जिस छात्र ने अपना ग्रेजुएशन पूरा कर लिया है वह छात्र पोस्ट ग्रेजुएशन में एडमिशन पाने का योग्य होता है। 

जब कोई छात्र ग्रेजुएशन की डिग्री लेने के बाद पोस्ट ग्रेजुएशन में एडमिशन लेता है और वह अपनी पढ़ाई पूरी कर पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल कर लेता है तब उस छात्र को पोस्टग्रेजुएट छात्र कहा जाता है। 

पीजी एक उच्च स्तर की शिक्षा है यहाँ तक आने में छात्रो को कड़ी मेहनत के साथ सालो तक पढ़ाई करनी पढ़ती है। हालाँकि कई सारे छात्र ऐसे होते है जो अपना स्नातक/ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद नौकरी तलाशना शुरू कर देते है, परन्तु कुछ छात्र ऐसे भी होते है जो उच्च शिक्षा लेने की चाहत रखते है और वह पोस्ट ग्रेजुएशन प्रोग्राम में प्रवेश ले लेते है। ज्यादातर पोस्ट ग्रेजुएशन प्रोग्राम दो साल का होता है लेकिन कुछ प्रोग्राम ऐसे भी होते है जिसे पूरा करने में चार साल का समय लग जाता है। पोस्ट ग्रेजुएशन प्रोग्राम में छात्रों को चुने गए विषय में गहराई से अध्ययन कराया जाता है। 

 

पीजी कोर्स के लिए शैक्षणिक योग्यता (Educational Qualification)

पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में प्रवेश लेने के लिए आपको किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से अपना स्नातक न्यूनतम 55 अथवा 60 प्रतिशत अंको के साथ उत्तीर्ण करना होगा। हालाँकि प्राइवेट कॉलेज में इससे भी कम प्रतिशत में आपका PG कोर्स में एडमिशन हो जाता है। लेकिन यदि आप किसी सरकारी कॉलेज से पोस्ट ग्रेजुएशन करना चाहते है तो उसके लिए आपका स्नातक में न्यूनतम 55% अंको का होना जरुरी है।

अगर आप ST/SC कोटा के है तो 45% अंक लाने के बाद भी आपका सरकारी कॉलेज में एडमिशन मिल जायेगा। 

 

पीजी कोर्स की प्रवेश प्रक्रिया (Admission Process)

ज्यादातर विश्वविद्यालय पीजी कोर्स में एडमिशन देने के लिए खुद का Entrance Exam का आयोजन करते है और एंट्रेंस एग्जाम के अंको को देखते हुए पीजी कोर्स में एडमिशन देते है। वही बात की जाए सरकारी कॉलेज की तो सरकारी कॉलेज पीजी कोर्स में प्रवेश देने के लिए काउन्सलिंग करवाते है। सरकारी कॉलेज में पीजी कोर्स के लिए सबसे पहले छात्रों से फॉर्म भरवाया जाता है उसके बाद काउन्सलिंग के माध्यम से मेरिट सूची जारी किया जाता है। जिन छात्रों का नाम मेरिट सूची में आता है उन्ही छात्रों को पीजी कोर्स में एडमिशन मिलता है। 

दोस्तों सरकारी कॉलेज में पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में एडमिशन लेना आसान नहीं है। क्योंकि आप अच्छे से जानते है सरकारी कॉलेज में आरक्षण होता है। और सरकारी कॉलेज में  ST/SC, OBC और सामान्य वर्ग के आधार पर पीजी कोर्स के सीटों का आबंटन किया जाता है। इसलिए यदि आप सामान्य वर्ग से है और पीजी में प्रवेश लेना चाहते तो ग्रेजुएशन में अच्छे अंक लाने की पूरी कोशिश करे क्योंकि कई सामान्य वर्ग के छात्र ऐसे भी होते है जिनका ग्रेजुएशन में 65% आने के बाद भी सरकारी कॉलेज में पीजी कोर्स में एडमिशन नहीं मिलता।

 

PG के कौन से प्रोग्राम है ?

पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम में कई सारे विषय होते है जिनको आप अपने क्षेत्र के हिसाब से चुन सकते है। यदि आपने अकाउंट विषय B.Com से अपना ग्रेजुएशन किया है तो आपको अपना पोस्ट ग्रेजुएशन अकाउंट यानि M.Com से करना होगा। याद रहे दोस्तों सरकारी नौकरी पाने के लिए पोस्ट ग्रेजुएशन करना जरुरी नहीं होता आप ग्रेजुएशन करने के बाद भी सरकारी नौकरी के लिए आवेदन दे सकते है। कुछ फेमस पीजी कोर्स के नाम इस प्रकार है –

  • मास्टर ऑफ़ साइंस 
  • मास्टर ऑफ़ आर्ट्स 
  • मास्टर ऑफ़ अकाउंट 
  • मास्टर ऑफ़ बिज़नेस मैनेजमेंट 
  • मास्टर ऑफ़ मार्केटिंग 
  • Master of Law
  • मास्टर ऑफ़ कंप्यूटर साइंस 
  • मास्टर ऑफ़ एजुकेशन 
  • मास्टर ऑफ़ होटल मैनेजमेंट 
  • मास्टर ऑफ़ फैशन डिजाइनिंग 
  • मास्टर ऑफ़ कम्युनिकेशन 
  • मास्टर ऑफ़ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी 
  • मास्टर ऑफ़ फिलॉसफी 
  • मास्टर ऑफ़ मेडिसिन 
  • मास्टर ऑफ़ सर्जरी 

इसके अलावा भी कई सारे अलग अलग क्षेत्र में PG Course होते है जिसे आप अपने इच्छा अनुसार चुन सकते है। 

 

पोस्ट ग्रेजुएशन की समय अवधि (Time duration)

वैसे तो PG के कई सारे कोर्स की समय अवधि 2 सालो की होती है वही कुछ कोर्स ऐसे भी है जिसकी  समय अवधि 3 से 4 सालो की होती है। PG कोर्स की समय अवधि चुने गए कोर्स के ऊपर निर्भर करता है। पोस्ट ग्रेजुएशन प्रोग्राम के जितने भी कोर्स होते है उन सभी का Time Duration अलग अलग होता है। 

 

पीजी कैसे करे

जो भी छात्र पीजी कोर्स करना चाहते है उन्हें सबसे पहले अपना ग्रेजुएशन पूरा करना होगा। याद रहे आप जिस भी विषय में पीजी करना चाहते है आपको अपना ग्रेजुएशन भी उसे विषय में करना होगा। उदाहरण के लिए यदि आप अकाउंट में पीजी करना चाहते है तो आपको अपना ग्रेजुएशन भी अकाउंट विषय से करना होगा। 

PG एक तरह का स्पेशलाइजेशन कोर्स होता है इसमें आप जिस भी विषय को चुनते है उसके बारे में गहराई से पढ़ाया जाता है। 

 

पीजी करने के बाद करियर (career after pg)

PG पूरा करने के बाद ज्यादातर छात्र नौकरी के तरफ जाते है कुछ छात्र सरकारी नौकरी की तैयारी करते है वही कुछ प्राइवेट नौकरी करते है। लेकिन कुछ छात्र ऐसे भी होते है जो अपनी पढ़ाई जारी रहते है और वह छात्र P.hd/M.Phli जैसे डॉक्टरल प्रोग्राम के तरफ जाते है। क्योंकि जब आप P.HD/M.Phil कर लेते है तो आप एक कॉलेज प्रोफेसर या रिसर्च साइंटिस्ट के रूप में अपना करियर बना सकते है। 

 

PG करने के फायदे

पीजी कोर्स में आपको किसी भी एक विषय में गहराई से अध्ययन करवाया जाता है जिससे आपकी नॉलेज बढ़ती है इसके साथ ही कई सारे करियर की संभावनाएं पैदा हो जाती है। क्योंकि पीजी कोर्स करने के बाद आपके पास बाकियों से ज्यादा ज्ञान होता है इसलिए नौकरी मिलने के आसार भी बढ़ जाते है साथ ही कही पर नौकरी मिल जाने के बाद प्रमोशन में भी वरीयता मिलती है। 

 

PG करने के बाद सैलरी कितनी मिलती है 

यह सवाल ऐसा है जो सब के मन में रहता ही है की पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद हमे सैलरी कितनी मिलेगी ? दोस्तों इसके बारे में बता पाना मुश्किल है क्योंकि PG सभी स्ट्रीम से होता है चाहे वो साइंस, कॉमर्स या आर्ट्स क्यों न हो, और हर एक क्षेत्र में वेतन भी अलग अलग होता है। अगर आप किसी प्राइवेट क्षेत्र में नौकरी करते है तो आपको शुरुआत में 18,000 से ऊपर ही वेतन मिलेगा। 

वही बात की जाए सरकारी नौकरी की, तो आप सभी अच्छे से जानते है सरकारी नौकरी में किसी भी पोस्ट के लिए वेतन एक जैसा रहता है। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता की आपने पोस्ट ग्रेजुएशन किया है या ग्रेजुएशन। 

 

पीजी के अन्य फुल फॉर्म  

PG Full Form in Hostel – Paying Guest

पेइंग गेस्ट एक हॉस्टल के तरह ही होता है। जहा पर आप किराये मे रहने के लिए एक कमरा या फ्लैट लेते है और यहाँ पर आपको आपकी जरूरत की सारी सुविधाएं मिल जाती है जैसे खाना, पानी, बिस्तर और भी बहुत कुछ जरूरत का सामान उपलब्ध रहता है। 

ज्यादातर छात्र PG में पढ़ाई के दौरान रहते है जब छात्र अपने शहर से दूर किसी दूसरे शहर में पढ़ाई करने जाते है तब वो अपने रहने के लिए PG में रूम किराये पर लेते है। PG भी दो तरह से होता है एक बॉयज पीजी होता है जहा सिर्फ लड़के ही रहते है, और एक गर्ल्स पीजी होता है जहां सिर्फ लड़कियां ही रहती है। पीजी में कई सारे रूम होते है जिसे आप अपने जरूरत के हिसाब से किराये पर ले सकते है। 

Conclusion

तो दोस्तों अब आप अच्छे से PG के बारे में जान गए होंगे। इस लेख में हमने PG Full Form Education in Hindi, पीजी प्रोग्राम क्या होता है, पीजी की प्रवेश प्रक्रिया, पीजी के बाद करियर विकल्प आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दिया। मैं आशा करता हूँ इस लेख में उपलब्ध कराई जानकारी आपके लिए उपयोगी रही हो। यदि आपको यह लेख अच्छा लगा तो इसे शेयर जरूर करे और इस लेख से जुड़े किसी तरह का सवाल या सुझाव हो तो हमने कमेंट करके जरूर बताए। 

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