ECG Full Form in Hindi – ECG क्या है

 
आज के इस लेख में हम आपको ECG Full Form In Hindi के बारे में विस्तार से जानकारी देने वाले है। इसके साथ-साथ ECG क्या है, ECG कैसे करते है और ECG करने से क्या होता है के बारे में भी आपको सम्पूर्ण जानकारी देने वाले है। यदि आप भी ECG के बारे में जानना चाहते है तो कुछ समय निकालकर इस लेख को लास्ट तक पढ़े
ECG Full Form in Hindi

ECG Full Form Medical in Hindi

ECG का फुल फॉर्म “Electrocardiogram” होती है. इसको हिंदी भाषा में विद्युतयंत्र द्वारा हृदय की धड़कनो का रेखाचित्रण कहते है। ECG एक Heart Test है जिसको आमतौर पर दिल की धड़कनो के मापने के लिए किया जाता है। इस टेस्ट की मदद से उच्च रक्तचाप, दिल का दर्द, घबराहट, सांस की बीमारी, बेहोशी आदि ह्रदय से जुड़ी कई बीमारियों का पता चल जाता है। इस टेस्ट की मदद से दिल की बीमारी का पता लगाकर उसका उपचार करने में मदद मिलती है।

वैसे देखा जाये तो ECG आज के समय एक अच्छा टेस्ट है क्योंकि इसकी मदद से दिल से जुड़ी हुई बीमारी का पता आसानी से लगाया जा सकता है एवं उसका उपचार भी किया जा सकता है। आज के समय में लोगो को कई बीमारियाँ जैसे – दिल का दौरा पड़ना, दिल की धड़कन का अचानक से बढ़ना, छाती में दर्द का कारण, किसी व्यक्ति को उच्च कोलेस्ट्रॉल, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, सांस लेने में कठिनाई, हार्ट का असमानरूप से धड़कना आदि का सामना करना पड़ रहा है जिनका उपचार केवल ECG की मदद से ही सम्भव हो पाता है।

ECG Test से Doctor को क्या-क्या पता चलता है

ECG टेस्ट से Doctor को निम्नलिखित जानकारी का पता चलता है –

  • ECG Test से Doctor को मरीज के दिल के स्वास्थ्य का ज्ञान हो जाता है।
  • ECG Test से दिल की धड़कनो का पता चल जाता है।
  • इस टेस्ट से निम्न या उच्च रक्तचाप ( High BP ) का पता चल जाता है।
  • ECG से छाती में दर्द को क्यों हो रहा है इसका भी पता लगाया जा सकता है।
  • ECG Test से कोलेस्ट्रॉल लेवल का पता लगाया जा सकता है।

ECG कितने प्रकार का होता है

सामान्यतया ECG को मुख्यतः तीन प्रकारों में बांटा गया है जिनकी जानकारी आप नीचे विस्तार से देख सकते है –

  1. Resting ECG
  2. Ambulatory ECG
  3. Stress or Exercise ECG


1. Resting ECG

इस टेस्ट को करने के लिए रोगी को आरामदायक स्थिति में लेटाया जाता है।

2. Ambulatory ECG

इस टेस्ट को करने के लिए रोगी को कमर में एक छोटी सी मशीन पहननी पड़ती है उसके बाद रोगी को घर भेज दिया जाता है। एक या अधिक दिनों के बाद रोगी की बीमारियों का उस छोटी सी मशीन द्वारा आंकलन कर लिया जाता है।

3. Stress or Exercise ECG

इस ECG Test को तब किया जाता है जब रोगी तनाव या Exercise बाइक का उपयोग कर रहा होता है।

आपने क्या सीखा

आज की इस पोस्ट में आपने ECG  के बारे में विस्तार से जाना। इसके अतिरिक्त ECG क्या है, कैसे करते है और इसे करने के बाद क्या होता है के बारे में भी आपने जानकारी प्राप्त की। हमे उम्मीद है आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा।

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