इस लेख में हम DAMS कोर्स क्या है (DAMS Course Details Hindi) के बारे में जानकारी देंगे। आप देख ही रहे है चिकित्सा के क्षेत्र में काफी तेजी से नए नए तकनीकों का इस्तेमाल हो रहा है। आए दिन इस क्षेत्र में कुछ न कुछ आविष्कार होते रहता है ताकि चिकित्सा को और भी ज्यादा एडवांस बनाया जा सके। लेकिन इन सब तकनीकों से दूर एक ऐसी चिकित्सा पद्धति भी है जिसका सदियों से इस्तमाल किया जाते रहा है इस पद्धति का नाम आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति है। बता दे वर्तमान समय में आयुर्वेदा पद्धति को काफी ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है और यह पद्धति चिकित्सा के लिए कारगर भी साबित हो रही है जिसके चलते इस पद्धति को बढ़ावा देने के लिए कई सारे कोर्स कराए जा रहे है। इनमे से एक कोर्स DAMS कोर्स है।
चिकित्सा के क्षेत्र में अपना करियर बनाने के लिए DAMS एक अच्छा कोर्स हो सकता है। इस कोर्स की खासियत है कि इसे हर कोई छात्र कर सकता है और इस कोर्स को करके मेडिकल क्षेत्र में अपना करियर बना सकता है। मेडिकल के क्षेत्र में बढ़ते प्रतिस्पर्धा को देखते हुए इस कोर्स को चुना जा सकता है क्युकी इसमें आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के बारे में जानकारी दिया जाता है जिसके कारण करियर बनने के लिए यह एक अच्छा विकल्प साबित हो रहा है।

DAMS कोर्स क्या है (DAMS Course Details Hindi)
DAMS का फुल फॉर्म Diploma in Ayurveda Medical Science होता है। यह आयुर्वेद चिकित्सा से जुड़ा एक मेडिकल कोर्स है जिसमे सदियों पुरानी भारतीय चिकित्सा पद्धति के बारे में विस्तार से बताया जाता है। यह कोर्स 2 साल का होता है जिसमे छात्र आयुर्वेदिक तरीके से किया जाने वाला इलाज के बारे में जानते है। बता दे आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के अंतर्गत बिलकुल आसान तरीको से इलाज किया जाता है जो शरीर के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है सबसे अच्छी बात इस पद्धति में इजाल की प्रक्रिया दूसरे अन्य प्रणाली की अपेक्षा बहुत सरल होता है। साथ की अन्य प्रणाली की अपेक्षा आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में इलाज सस्ता भी होता है।
वर्तमान समय में आयुर्वेद के तरफ काफी ज्यादा जोर दिया जा रहा है जिसके चलते भारतीय मेडिकल छात्रों के बीच इस पद्धति का विस्तार बहुत तेजी से हो रहा है। ऐसे में जो छात्र चिकित्सा के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते है उसके लिए यह कोर्स एक अच्छा विकल्प साबित होगा।
DAMS के लिए योग्यता
DAMS Course करने के लिए कुछ योग्यता निर्धारित की गयी है जिसके आधार पर इस कोर्स में प्रवेश दिया जाता है। इस कोर्स के लिए योग्यता इस प्रकार है –
- इस कोर्स को करने के लिए छात्र का 12वी कक्षा उत्तीर्ण किया होना अनिवार्य है.
- इस कोर्स को किसी भी स्ट्रीम (कॉमर्स, आर्ट्स, साइंस) के छात्रों द्वारा किया जा सकता है।
- इस कोर्स को करने के लिए छात्र की न्यूनतम आयुसीमा 18 वर्ष होनी चाहिए।
- इस कोर्स को करने वाले छात्र का चिकित्सा के क्षेत्र के प्रति रूचि होना बहुत जरूरी है।
DAMS कोर्स में आवेदन प्रक्रिया
छात्र इस कोर्स को भारत के किसी भी कॉलेज से कर सकते है। प्रत्येक कॉलेज में इस कोर्स के लिए आवेदन प्रक्रिया अलग अलग होती है। छात्र अपने नजदीकी मेडिकल कॉलेज में जाकर इस कोर्स के बारे में पता कर सकते है।
इस कोर्स की सबसे अच्छी बात है छात्र घर पर बैठ कर ऑनलाइन तरीके से भी इस कोर्स को कर सकते है। ऑनलाइन तरीके से यह कोर्स करने के लिए आपको कॉलेज के आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा।
DAMS कोर्स सिलेबस
आयुर्वेद भारत की प्राचीन धरोहर है यह हमारे भारतीय संस्कृति के चिकित्सा पद्धति का महत्वपूर्ण स्वरूप है जिसके कारण इसे हर तरफ फैलाना और बेहतर चिकित्सा के तौर पर तेजी से अपनाना जरूरी है। इस कोर्स को अंतर्गत कई सारे विषय के बारे में जानकारी प्रदान किया जाता है। इस कोर्स को दो सेमेस्टर में बाटां गया है जिसमे विषय इस प्रकार है –
DAMS 1st year syllabus –
- History of Ayurvedic
- Communicative English and Computer Fundamentals
- Anatomy and physiology
- Dravya guna and rasa shastram
- Basic of Ayurveda
DAMS 2nd year syllabus –
- Ayurvedic Medical Theory
- Ayurvedic Drugs
- Diabetes care in Ayurvedic
- Practical – VI
- Practical – VI
- Practical – VIII
DAMS Course Fees
इस कोर्स की फीस प्रत्येक कॉलेज में अलग अलग हो सकता है यह कॉलेज के ऊपर निर्भर करता है की वे कितना फीस लेते है क्युकी कुछ कॉलेज में सुविधाएं काफी अच्छी होती है, लैब अच्छे होते है, कॉलेज फैकल्टी भी अच्छे होते है जिसके कारण कोर्स की फीस ज्यादा भी हो सकती है। वैसे इस कोर्स की औसतन फीस 30,000 से लेकर 1 लाख तक हो सकता है। यदि आप किसी सरकारी कॉलेज से इस कोर्स को करते है तो वहां फीस काफी कम हो सकती है। इसलिए किसी भी कॉलेज में आवेदन करने से पहले उस कॉलेज में जाकर या कॉलेज के आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर फीस के बारे में पता कर ले।
DAMS Career Opportunity
आयुर्वेदिक चिकित्सा विज्ञान में डिप्लोमा वाले स्नातकों के पास विभिन्न प्रकार के पेशेवर विकल्प होते हैं। वे आयुर्वेद क्लीनिकों, कल्याण केंद्रों, स्पा और रिसॉर्ट्स में आयुर्वेदिक सिद्धांतों के आधार पर परामर्श और उपचार प्रदान कर सकते हैं। छात्रों के पास अपने स्वयं के आयुर्वेदिक क्लीनिक या कल्याण सुविधाएं शुरू करने का विकल्प भी होता है, जो व्यक्तिगत उपचार और स्वास्थ्य प्रबंधन रणनीतियां प्रदान करते हैं।
आयुर्वेद के बारे में गहराई से जानने में रुचि रखने वाले व्यक्तियों के लिए अध्ययन और अध्यापन के भी अवसर हैं। कई शैक्षणिक संस्थानों और अनुसंधान संगठनों द्वारा आयुर्वेदिक उपचारों की प्रभावशीलता की गहन जांच की जा रही है, और आयुर्वेद को समकालीन चिकित्सा पद्धतियों के साथ मिलाने के नए तरीके विकसित किए जा रहे हैं।
Scope of DAMS
आयुर्वेद न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अधिक प्रसिद्ध और स्वीकार्य होता जा रहा है। स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति अपने पूर्ण-प्राकृतिक, समग्र दृष्टिकोण के कारण आयुर्वेद अधिक से अधिक लोकप्रिय हो रहा है। कई देशों में, इसे पारंपरिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों में शामिल किया जा रहा है, जिससे लोगों को उनकी चिकित्सा आवश्यकता के लिए एक पूरक और वैकल्पिक विकल्प मिल रहा है।
जैसे-जैसे आयुर्वेदिक उपचारों की प्रभावशीलता साबित करने वाले अधिक अध्ययन पूरे हो रहे हैं, आयुर्वेद चिकित्सा विज्ञान का क्षेत्र बढ़ रहा है। आयुर्वेदिक संगठनों और अंतर्राष्ट्रीय चिकित्सा संगठनों के बीच साझेदारी के कारण पारंपरिक और समकालीन चिकित्सा पद्धतियाँ अधिक सुसंगत होती जा रही हैं।
अन्य जानकारी
Conclusion
आयुर्वेद भारत की प्राचीन धरोहर है जिसे हर लोगो तक पहुंचना बेहद जरूरी है। ऐसे में DAMS कोर्स आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण रोल निभा रहा है। इस कोर्स को पूरा करने के बाद छात्र आयुर्वेद के चिकित्सक बनने के योग्य हो जाते है। इस कोर्स में आसान तरीकों से रोगो का उपचार करना बताया जाता है। इस लेख में हमने DAMS कोर्स से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराया है ताकि छात्र को इसके बारे में अच्छे से जानकारी हो सके। मैं आशा करता हूँ इस पोस्ट में उपलब्ध कराई गई जानकारी आपके लिए उपयोगी रहा होगा।